Monday 16 December 2013

अच्छी चूदाई जिसे पढकर आपका लंड पानी फेंक देगा

                       मेरा नाम आपकी प्यारी रानी है

अब में आपको अपनी चूदाई की कहानी लिखने जा रही हूँ जिसे पढकर आपकी तबीयत मस्त हो जायेगी 
             बात उन दिनो की है जब में जबानी की दह्लीज पर कदम रख रही थी और मेरी चूत में अब खुजली होने लगी थी तभी कुछ दिनो बाद मेरी तबीयत खराब हो गयी तो में डाक्टर के पास दवा लेने गयी तो ----
   डाक्टर ने मुझसे कुछ सवाल पुंछे-- और मुझे दवा दे दी 
   पर में वहीन बैठी रही तो उन्होने मुझसे पुछा क्या बात है कुछ बात है जो आप बताना भूल गयी हैं तो मैंने कहा --- डाक्टर साहब मुझे एक अजीब सी परेशानी है वो बोले बताओ क्या बात है--
   मैंने कहा की डाक्टर साहब मुझे आपको बताने में शर्म लग रही है तो उन्होने कहा जब तक आप बताओगी नही तब तक हमें कैसे पता चलेगा कि आपको क्या परेशानी है तब मैंने उन्हे बताया कि मेरे खुजली होती है वो बोले कहाँ तब उन्हे अपनी चूत में होने वाली खुजली के बारे में बताया तो वो बोले -- क्या आपने किसी के साथ सम्बंध बनाया है मेने कहा कैसा सम्बध-वो बिना किसी रोक टोक के बोले शारीरिक सम्बंध-- मेंने कहा --नही.
        कुछ और ईसी तरह के सवाल करने के बाद वो बोले हमें आपके गुप्त 
अंग को देखना पडेगा तो मेंने कोई एतराज नही किया क्योकि की मेरी भी चूत में खुजली हो रही थी तब वो मुझे अपने केबीन में ले गये वहाँ उन्होने मुझे मेरा नाडा ढीला करने को कहा तो मेंने तुरंत अपना नडा खोल दिया
तब उन्होने मेरी चड्डी नीचे की और मेरी चूत पर हाथ रखकर फिराने लगे
जेसे जेसे उनका हाथ चूत पर ऊपर नीचे हो रहा था मेरी चूत मे अजीब सी
खुजली हो रही थी तभी उन्होने मुझसे पुंछा कि अब बताओ अब भी तुम्हे खुजली हो रही है तो मैंने कहा डाक्टर सहाब अब तो और तेजी से हो रही है 
तो वो बोले कि ये आपको कोई बीमारी नही है बल्कि आपकी चूत लंड मांग रही है और एसा कह्कर उन्होने अपनी एक उंगली मेरी चूत में घुसा दी तब मुझे और ज्यादा अच्छा लगा तो मेरे मूहू से सित्कार निकली तभी शायद
उनकी समझ में क्या आया कि वो बोले आपकी चूत बहूत सुंदर है और इतना कहकर अपने होठ मेरी चूत पर रख दिये उनकी गर्म शांश और जीभ के गर्म स्पर्श ने एसा कमाल किया कि मेरी चूत ने गर्म गर्म पानी की पिच्कारी छोड दी उसे उन्होने एक ही घूंट में पी लिया तब उन्होने अपना 8.5" का लंड निकाल कर मेरे हाथ में दे दिया फिर बोले मूहू मे ले लो जब मेंने उसे अपने मूहू में लिया तो बहुत अच्छा लगा जो कि मेरे मूहू में पूरा नही आ पा रहा था फिर भी में उसे पूरे का पूरा लेने की कोशीश कर रही थी
फिर उन्होने मूहू से निकाल कर लंड को मेरी चूत पर रख कर चूत की नोक पर रख कर रगड्ना स्टार्ट कर दिया तो मेंने कहा डाक्टर साहब अब तो मेरी चूत की खुजली मुझे अच्छी लग रही है तब उन्होने अपने लंड को चूत के छेद मे घूसना सुरू किया तो मुझे जोर से दर्द हुआ तो मैं चिल्ला पडी तो उन्होने उसी बीच एक जोर का धक्का मार दिया तब जिससे उनका साढे आठ इंच का लंड मेरी चूत में आधा घूस गया था अब मैं उसे निकालने की कोशिश कर रही थी लेकिन इसी बीच उन्होने एक और धक्का मार दिया अब उनका पूरा लंड मेरी चूत में था पर मुझे बहुत पीडा हो रही थी लेकिन डाक्टर सहब ने कुछ देर रुक्कर मुझे प्यार से होठ में होठ देकर चूमा तो मेरा कुछ दर्द कम हुआ अब फिर से उन्होने लंड को आगे पीछे करना शुरू किया तो अब मुझे भी मजा आने लगा कुछ देर बाद में मेरी चूत ने ढेर सारा पानी छोड दिया था मेरा बदन अब एक दम ढीला पड गया था तभी वो मुझे जोर जोर से चोदने लगे और अब उनके लंड ने पीचकारी मार कर गर्म गर्म 
वीर्य मेरी चूत में छोड दिया अब मेरी चूत की खुजली पूरी तरह से मित चूकी थी.